विधि तुच्छ कार्यों पर ध्यान नहीं देती है

विधि तुच्छ कार्यों पर ध्यान नहीं देती है(De minimis non curat lex, Law does not take account of trifles) यही कारण है कि अपराधिक दंड संहिता में तुच्छ कार्यों यानी कि बेकार के कार्यों पर ध्यान नहीं दिया गया हैl दोस्तों हमारे दैनिक जीवन में बहुत से ऐसे कार्य होते रहते हैं जो कि बेकार के कार्य होते हैं यानी कि तो शिकारी होते हैं अगर उन सभी पर कानून का ध्यान रहेगा तो कोर्ट में असीमित केस की संख्या बढ़ जाएगी और उनका निपटारा होना लगभग असंभव ही हो जाएगाl ऐसे भी हम लोग देखते हैं दोस्तों की जो केस भी कोर्ट में पेंडिंग है उसका निपटारा होने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो ऐसे में अगर तुच्छ कार्यों के मामले कोर्ट में पहुंचने लगे तो कोट उनका निपटारा कैसे कर सकेगा इन्हीं कारणों से दोस्तों कानून तुच्छ बातों पर ध्यान नहीं देती हैl जैसे उदाहरण के रूप में हम लोग ले सकते हैं कि कहीं पर गाड़ी खड़ी है और उस पर दो-तीन मुक्का मारते हुए गाड़ी में बैठना, किसी व्यक्ति के नाम से दातुन तोड़ लेना, किसी की दवात में कलम डुबो देना, यह सब ऐसे कुछ कार्य हैं दोस्तों कि इनका म...